सफल होना तय है
एक नन्ही चिड़िया पैदा होने के बाद जब पहली बार उड़ने की कोशिश करती है और उड़ नहीं पाती तब भी उसका उड़ पाना तय होता है. एक चिड़िया में ' उड़ना ' होता है. चिड़िया उड़ने की कोशिश न तो किसी के कहने पर करती है, न किसी से जीतने के लिए. उड़ना उसका स्वाभाव है. अंतर्मन की प्रेरणा से वह उड़ने की कोशिश करती है और कुछ ही दिनों में अपने चिड़िया होने को साबित कर देती है.
यदि हम अंतर्मन की प्रेरणा से कुछ करें तो उसके नहीं हो सकने की कोई गुंजाइश ही नहीं होती. अंतर्मन हमें उसी ओर प्रेरित करता है जिसका हो पाना हममें पहले ही दिन से होता है.
इसमें संदेह तब पैदा होता है जब माता-पिता के रूप में हम अपने बच्चों के लिए सफलता के मायने तय करने लगते है. हम ' उनकी भलाई ' के नाम पर यह बताते है की उनके लिए क्या ठीक है क्या नहीं जबकि होना तो यह चाहिए की हम उनमें अच्छे (उचित) और बुरे (अनुचित) में भेद करने की समझ पैदा करने में मदद करें और उनके लिए क्या ठीक है यह उन्हें तय करने दें. इस तरह ये बच्चे धीरे-धीरे मानने लगते है की जीवन एक संघर्ष है और जिस दिन अपने पैरों पर खड़े होते है तो अपनी सफलता के मायने बाहरी दुनिया से उधार ले लेते है. ऐसे में इनकी हालत बिलकुल ताँगे के उस घोड़े-सी हो जाती है जिसे हमेशा ही कोई और हांक रहा होता है.
जब शुरू से जीवन - पर्यंत (आज तक) हम ' क्या करें ' और हम ' क्या हों ' यह कोई और व्यक्ति या परिस्थिति तय करते है तो हमारे मन में असहाय होने की धारणा ( Helplessness ) घर करने लगती है. इस धारणा के साथ जीते - जीते बेचारगी की, दूसरों की सहानुभूति पर जीने की और भाग्य व परिस्थितियों को दोष देकर पल्ला झाड़कर हर क्षण अपने आपको सही सिद्ध करने की कोशिश करते रहने की आदत सी पड जाती है.यह वैसे ही है जैसे एक चिड़िया हिरन के कहे अनुसार तेज दौड़ने को अपना जीवन - ध्येय बना ले.
जिस तरह एक चिड़िया में उड़ पाना होता है वसे ही हममें वो सब कुछ है जो हमारे हो पाने के लिए जरुरी है. जो हमारे काम - हमारी सफलता के लिए जरुरी है बस इतनी भर जरुरत है की हम हमारे स्वाभाव को पहचाने एवमं अंतर्मन की आवाज़ को सुनें. हम बिलकुल ठीक है, हमें अपने आपको बदलना नहीं विस्तार देना है. यदि हम जीवन को सच्ची अभिव्यक्ति देते है तो बदले में जीवन से सच्चा आनंद और संतुस्ठी निश्चित मिलेगी.
आइए इस वर्ष हम अपने से एक वादा करें की हम अपने जीवन की डोर अपने अंतर्मन के हाथों सौंप अपना और अपनों का जीवन खुशहाल बनाने की कोशिश करेंगे.
नए वर्ष पर दिल से इन्हीं शुभकामनाओं के साथ;
आपका,
राहुल......