Saturday, 24 October 2015

कम गुड़ ज्यादा मिठास




बात छोटी सी है पर है बड़ी काम की, लुभावने शब्दों में कहूँ तो सक्सेस मैनेजमेंट; वो ये कि 'हमारे अस्सी प्रतिशत लक्ष्य हमारे कुल प्रयासों के बीस प्रतिशत से ही प्राप्त होते हैं।
इसे थोड़ा खोलते हैं, चाहे आपके जॉब में टारगेट्स हों या आपके बिज़नस का प्रॉफिट, आप गौर करेंगे तो पाएँगे कि आपके 80% टारगेट्स और प्रॉफिट आपके 20% एफर्ट्स का रिजल्ट होते हैं। यानि बाकि बचे 20% टारगेट्स या प्रॉफिट के लिए आप अपना 80% समय और मेहनत देते हैं। 
आप कहेंगे, इसमें हर्ज क्या है? मैं उस 20% को क्यूँ छोड़ूँ? आखिर मुझे कुछ मिल ही रहा है। 

पर सच तो यह है कि आपको मिल नहीं रहा, आप खो रहे हैं। आप उन और जगहों पर देख ही नहीं पा रहे जहाँ ठीक उसी तरह आप अपने 20-20% से 80-80% हासिल कर सकते हैं। ये सब इसीलिए हो रहा है कि आप बिना यह सोचे कि मुझे कितने प्रयास से कितना मिल रहा है बस लगे हैं। सोचिए यदि आप अपना ध्यान सिर्फ उन जगहों पर लगा रहे होते जहाँ 20% समय और मेहनत आपको 80% दिला सकती है तो आप कहाँ होतेगणित की मानें तो आप 320% पा सकते हैं और आप हैं कि 100% से समझौता किए बैठे हैं। 

भरने के लिए खाली होना जरुरी होता है। हमारी संस्कृति खाली होने से सहज नहीं। कुछ नहीं करने का समय हमें अपने पास काम नहीं होने का आभास देने लगता है, हम अपने आपको असफल होता देखने लगते हैं और इसी डर से हमेशा कुछ कुछ करने की जुगत में लगे रहते हैंबिना यह सोचे कि जो कुछ इससे मिलने वाला है वो हमारा इतना समय और मेहनत डिसर्व भी करता है? व्यस्तता हमें सफलता का भ्रम देती है, और धीरे-धीरे हमेशा कुछ करते रहना हमारी आदत में शुमार हो जाता है। 

रुकिए, अपनी ऑडिट कीजिए उन कामों और जिम्मेदारियों से अपने आपको छुट्टी दीजिए जो  जाने कब और कैसे आपके जीवन  हिस्सा तो बन गई लेकिन आपको दे कम और ले ज्यादा रहीं है। ऐसा करना आपको देखने और सोचने का मौका देगा। कुछ ही देर में आपको वे जगहें, वे काम आपको नजर आने लगेंगे जो आपको सचमुच करने चाहिए। जिन्हें करने से आपको सन्तुष्टि भी मिलेगी और सफलता भी और दोनों का साथ आपके जीवन को सुन्दर बना देगा। 

जो मैं समझा वो ये कि 
धन के निवेश की तरह ही आपके समय और मेहनत का निवेश भी सही जगह पर हो, इसे ध्यान रखना ही कम प्रयासों में अधिक पाने का एकमात्र रास्ता है। मैं तो कहूँगा पैसे से भी ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है आप अपना समय और मेहनत कहाँ इन्वेस्ट करते है क्योंकि आपका समय और मेहनत आपके पैसे से कहीं-कहीं अधिक कीमती जो है।  


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